करारी हार के बाद क्या होगी कांग्रेस की बदली हुई रणनीति?

कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी घोषित होने के बाद मंगलवार को पहली बैठक हो रही है

करारी हार के बाद क्या होगी कांग्रेस की बदली हुई रणनीति?

प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद अपनी रणनीति में बदलाव का फैसला किया है। अब पार्टी ने प्रदेश में नए सिरे से जन आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत फ्रंटल संगठन अलग-अलग मोर्चों पर कार्य करेगा। मुख्य कमेटी पदयात्रा के साथ ही अन्य जन आंदोलन से जुड़े कार्यक्रम शुरू करेगी।

 

मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस नए दिशा में बैठक बुलाई है। कांग्रेस की यह कोशिश है कि उत्तर प्रदेश में सियासी जमीन तैयार की जाए। इसके लिए पार्टी ने पिछड़ा वर्ग विभाग की ओर से जातियों की जनगणना कराने, आरक्षण का दायरा बढ़ाने के लिए विभिन्न जिलों में सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

 

अल्पसंख्यक विभाग भी मुस्लिमों के बीच रचनात्मक कार्यों के जरिए पैठ बना रहा है और दलितों को लुभाने के लिए दलित गौरव संवाद कार्यक्रम चल रहा है। इस कार्यक्रम के तहत सपा, रालोद, और अन्य दलों के नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली है।

 

बूथ प्रबंधन के साथ-साथ जन आंदोलन की रणनीति को तैयार करने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार को बैठक बुलाई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे।

 

कांग्रेस का उद्देश्य है कि जन आंदोलन के माध्यम से लोगों को जोड़ा जाए और उत्तर प्रदेश में सियासी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए। विभिन्न राज्यों के चुनाव परिणाम से साफ हो गया है कि भाजपा से मुकाबला सिर्फ कांग्रेस ही ले सकती है। बैठक में क्षेत्रवार पदयात्रा शुरू करने की भी चर्चा होगी, जिसके साथ-साथ जिलेवार कानून-व्यवस्था, महंगाई, किसानों और युवाओं के मुद्दों पर भी धरना-प्रदर्शन शुरू करने की रणनीति तैयार की जाएगी।